रविवार, 6 सितंबर 2009

देश के नाम संदेश

हम भले ही सोच लें कि हमारा भारत महान है, लेकिन हमारा भारत कई मायनों में आज भी कोसों पीछे रह गया हैा टेक्‍नोलोजी भारत में भले ही विकसित हो रही हो, पहनावा चाहे कितनो विदेशी या देशी हो गया हो हमारा भारत तभी महान होगा जब देश के हर नागरिक को रोटी नसीब होगी::::::*:::::*:::::*::::
हम कहते हैं कि देश की धड़कन गांवों में रहती हैा लेकिन कई गांवों के लोगों को आज भी खाने को अनाज नहीं मिलताा आज भी लोग आदिमानव की तरह जीवन यापन कर रहे हैंा लाखों बच्‍चे पैदा होने के पहले ही मर जाते हैं क्‍योंकि उनकी माएं कुपोषित होती हैं, यदि पैदा हो भी जाते हैं तो हजारों बच्‍चे कुपोषण के कारण अपना प्राण त्‍याग देते हैंा झारखंड जहां पैसों की कमी नहीं है लेकिन फिर भी लोग भूखों मर रहे हैंा आदिवासियों की स्थिति तो मत कहिए कई आदिवासी आज भी जंगलों पर निर्भर हैं और जंगल जनित फल पत्‍ते खा कर जीवन यापन कर रहे हैं। कई ने तो शहर का चेहरा तक नहीं देखा ।
प्रदेश के नेता मालोमाल हो रहे हैं। इनके पास इतना धन हो गया है कि सीबीआई हाथ पैर धो कर इनके पीछे पडी है।
यहां यह कह सकते हैं कि नेता मालोमाल हो रहे हैं और जनता कंगाल
अब आप ही बतायें कि जहां के नेता करोड़पति हों और जनता खाकपति वह प्रदेश कभी नम्‍बर वन कहला सकता है। झारखंड के नेता अपने प्रदेश को नम्‍बर वन कहते हैं लेकिन कैसे प्रमाणित कर दिखाए।
अब आप ही बतायें जिस देश के प्रदेशों की जनता भूखों मर रही हो वह देश कैसे महान हो सकता है।

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