गुरुवार, 21 जुलाई 2011

नील आर्मस्ट्रॉंग 20 जुलाई

20 जुलाई को चार दशक पहले चाँद पर पहली बार कदम रखने वाले नील आर्मस्ट्रांग अस्सी साल के हो गए। अमेरिका के प्रदेश ओहायो के वापाकोनेटा में 5 अगस्त 1930 को नील आर्मस्ट्रांग का जन्म हुआ। बचपन से ही उन्हें हवाई उड़ान से लगाव था और एक किशोर के रूप में वे पास के एक हवाई अड्डे में काम करते रहे। 15 साल की छोटी सी उम्र में उन्होंने पायलट की ट्रेनिंग शुरू की और अपने 16वें जन्मदिन को ही उन्हें पायलट का लाइसेंस मिल चुका था। फिर वे नौसेना में शामिल हुए और कोरियाई युद्ध के दौरान उन्होंने 78 उड़ानें भरी। युद्ध के बाद उन्होंने परडु युनिवर्सिटी में एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग और उसके बाद दक्षिण कैलिफोर्निया युनिवर्सिटी में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में एमएससी की पढ़ाई की। सन 1955 में वे कैलिफोर्निया के एडवर्डस् एयरफोर्स बेस में टेस्ट पायलट बने, जहाँ उन्हें 50 अलग-अलग प्रकार के हवाई जहाजों में उड़ान भरने का मौका मिला। किसी भी चकाचौंध से दूर रहने वाले नील आर्मस्ट्रांग के जन्म दिन पर कोई बड़ी पार्टी नहीं हो रही है।
सात साल बाद 1962 में वो टेक्सास के युस्टन में नासा के प्रशिक्षण केंद्र में अंतरिक्ष यात्री के रूप में ट्रेनिंग के लिए चुने गए। 1966 में उन्हें पहली अंतरिक्ष उड़ान का मौका मिला जब वे डेविड स्कॉट के साथ जेमिनी 8 मिशन में शामिल हुए। फिर आया 20 जुलाई 1969 का वह दिन, जब चाँद की धरती से उनकी आवाज सुनने को मिली।
'यह एक इंसान का एक कदम है, मानवजाति के लिए एक लंबी छलाँग।'
नील आर्मस्ट्रांग उस समय 39 साल के भी नहीं हुए थे।
राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा फिर से आर्मस्ट्रांग के चांद पर जाने के कार्यक्रम को रद्द किए जाने के बाद अमेरिका की अतंरिक्ष एजेंसी नासा के लिए वह एक नए कार्यक्रम को तैयार करने के लिए चर्चा कर रहे हैं। उन्होंने अमेरिकी कांग्रेस द्वारा पारित योजना को राष्ट्रपति द्वारा खारिज किए जाने की आलोचना की है। उन्होंने ओबामा को भेज एक पत्र पर अंतरिक्ष यान अपोलो के अंतरिक्ष यात्री यूजीन कारनेन और जीम लॉवेल के साथ हस्ताक्षर किया है।